Property New Rule : भारत में Land Registration, Property Rights और Inheritance Law को लेकर अक्सर मन में सवाल उठता है कि क्या बेटियों का पिता के संपत्ति में कानूनी अधिकार मिलेगा या नहीं? ऐसे में यदि आप भी इस सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो आज के आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आप की जमीन में बेटी को अधिकार मिलेगा?
बाप की जमीन पर बेटी का हक
आपको जानकारी के लिए बता दे कि भारतीय संविधान में अगर पिता संपत्ति खानदानी है तो उसके संपत्ति में बेटा बेटी दोनों का अधिकार बराबर है. सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट ने कई बार साफ तौर पर इससे संबंधित फैसले में कहा है की बेटी को भी पिता की प्रतीक संपत्ति में बेटों के बराबर अधिकार दिए जाएगा. परंतु हम आपको बता दे कि यदि जमीन पिता के द्वारा खुद कम कर खरीदी गई है तो ऐसी स्थिति में इस जमीन पर आपको कानूनी अधिकार नहीं मिलेगा. इसका फैसला पिता की मर्जी पर निर्भर करेगा पिता चाहे तो आपको अपने संपत्ति में अधिकार दे सकते.
नया नियम 2025 में क्या बदल रहा है?
1 सितंबर 2025 से जमीन संबंधित नया नियम लागू किया गया है. जिसके अंतर्गत संपत्ति की रजिस्ट्री अब डिजिटल तरीके से होगी. इसके अंतर्गत महिला अधिकारों को भी विशेष बढ़ावा दिया जाएगा. सरकार का प्रमुख मकसद जमीन रजिस्ट्री में बेटियों के हक को कानूनी अधिकार प्रदान करना है.
जमीन बांटने का तरीका
जमीन बांटने की प्रक्रिया काफी आसान है जिसके अंतर्गत यदि पिता की मौत बिना वसीयत लिखे होती है तो ऐसी स्थिति में बेटा बेटी दोनों को बराबर का अधिकार मिलेगा. इसके (मां) पत्नी को भी इसमें हिस्सा दिया जाता है. इसके विपरीत यदि पिता ने कोई वसीयत लिखी है तो ऐसी स में वसीयत में जिस भी व्यक्ति का नाम होगा जमीन उसी को दिया जाएगा.
बेटियों के हक को लेकर आम भ्रांतियां
बेटियों को जमीन में अधिकार मिलेगा कि नहीं उससे संबंधित कई प्रकार की भ्रांतियां समाज में व्याप्त है. जिसके बारे में हम आपको जानकारी देंगे बता दे की जमीन केवल बेटों को मिलेगी या एक प्रकार का सामाजिक भ्रांति है. सच्चाई यह है कि कानून के अनुसार पैतृक जमीन में बेटा बेटी दोनों का हिस्सा बराबर होता है.
एक भ्रम यह भी है कि शादीशुदा बेटी का अपने पिता के संपत्ति में अधिकार नहीं होता है जो की बिल्कुल गलत है सच्चाई यह है कि शादीशुदा बेटी भी जमीन पर अपना पूरा अधिकार रखती है और कानूनी रूप से उसे जमीन में अधिकार मिल सकता है.